https://aniketkumarpoems.blogspot.com/ हमें किसी से एतबार नहीं , किसी से इनकार भी नहीं , फिर भी हम मोहब्बत से करते तौबा , ये जो आपके मकसद के मोहब्बत है , शायद मेरे बेवसी से रुखसत है, यदि नहीं तो आइए मेरे दिल में खिदमत है, हम भी तो मोहब्बत के दिवाने है ।।। ANIKET YADAV