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चिंता और चिता
मेरी चिंता को सहन कर मुस्कुरा लेती हो,
मेरी चिता देख भी यूं मुस्कुरा लेना।
मेरा हर रात तेरी ख्वाबों के बिन नहीं गुजराती हैं,
हर छन् तेरी एहसाह रुलाती है,
मेरी तड़प देख कर यूं मुस्कुरा लेती हो,
मेरी चिता देख भी यूं मुस्कुरा लेना।
ना इकरार करती हो ,ना तकरार करती हो,
न जीने देती हो और न मरने देती हो,
कभी हाथ थाम खुशी का वास्ता देती हो,
अब मेरे संयम की अजमाइश की करती हो,
मेरी चिंता देख कर भी यूं मुस्कुरा लेती हो,
मेरी चिता देख भी यूं मुस्कुरा लेना।
